Ayushman Card : दोस्तों आयुष्मान कार्ड को लेकर एक सरकार की ओर से नया फैसला जारी किया गया है आयुष्मान कार्ड में आप 196 ऐसी बीमारी है जिनका इलाज आयुष्मान कार्ड से नहीं कराया जाएगा और आप सभी को पता है कि आयुष्मान कार्ड से सभी गरीब वर्ग के लोग महिलाओं किसानों को इस योजनाओं का लाभ दिया जा रहा है, जिसमें करोड़ों लोगों ने अपना आयुष्मान कार्ड के तहत इलाज करवाया है, आयुष्मान कार्ड से 5 लाख तक का मुफ्त इलाज किया जाता है अब सरकार की ओर से जारी की गई नई लिस्ट में 196 में बीमारियों को हटा दिया गया है कौन-कौन सी ऐसी बीमारी है नीचे इस आर्टिकल में सभी बीमारियों की लिस्ट दी गई है.
Ayushman Card
सरकार द्वारा आयुष्मान कार्ड को सभी गरीबों पर के मजदूरों एवं किसानों के लिए बनाया गया है इसके अंतर्गत सभी को 5 लाख तक का मुक्त इलाज की सुविधा प्राप्त की जाएगी जिसके भी पास आयुष्मान कार्ड है अब किसी भी प्राइवेट सरकारी अस्पताल में अपना फिर में इलाज करवा सकता है जो आयुष्मान कार्ड से संबंधित अस्पताल होंगे उसमें आप अपने इलाज को आसानी से कर पायेंगे.
आयुष्मान कार्ड से किन बीमारी का नहीं होगा अब इलाज
दोस्तों आपका मन में यह सवाल तो हमेशा आता होगा कि आयुष्मान कार्ड से किन-किन बीमारियों का इलाज किया जाता है और किन-किन बीमारी का इलाज नहीं किया जाता है आप सरकार की ओर से एक लिस्ट जारी की गई है जिसमें 196 बीमारियों को आयुष्मान कार्ड लिस्ट से बाहर कर दिया गया है जैसे मेरेलिया मोतियाबिंद सर्जिकल डिलीवरी नसबंदी गैंग्रीन जैसी बीमारियों को आप आयुष्मान कार्ड के इलाज से बाहर कर दिया गया है.
इलाज न होने बाली बीमारियों की लिस्ट ?Ayushman Card
मलेरिया – यह एक मच्छर द्वारा होने वाली बीमारी है जिसमें उच्च ज्वर और शरीर में दर्द होता है।मोतियाबिंद – यह एक आंख की बीमारी है जिसमें आंख का कोई हिस्सा धुंधला हो जाता है।सर्जिकल डिलीवरी – जब गर्भवती महिला को बच्चा जन्म देने के लिए सर्जरी की जरूरत होती है।नसबंदी – यह गर्भनिरोध का एक तरीका है जिसमें पुरुषों के शुक्राणुओं का प्रवाह बंद किया जाता है।गैंगरीन – यह एक बीमारी है जिसमें ऊपरी तंतु या ऊतक मर जाता है और क्षेत्र में सूजन और दर्द होता है।Ayushman Card
कान के संक्रमण – यह एक बाक्टीरियल या वायरल संक्रमण है जो कान की सुनने की क्षमता को प्रभावित कर सकता है।दांतों के संक्रमण – यह दांतों में सूजन और दर्द का कारण हो सकता है, जिसे कैविटी भी कहा जाता है।आंखों के संक्रमण – यह आंखों में सूजन, लाली, और दर्द का कारण हो सकता है।पेट के संक्रमण – यह पेट की अच्छी स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है और विभिन्न कारणों से हो सकता है।मूत्राशय के संक्रमण – यह मूत्राशय में संक्रमण से होता है जिससे पेशाब करने में दर्द और चुभन होता है।
श्वसन संबंधी संक्रमण – यह श्वास लेने में कठिनाई, खांसी, और फेफड़ों में सूजन के साथ आ सकता है।त्वचा संबंधी संक्रमण – यह त्वचा के किसी भी हिस्से को प्रभावित कर सकता है और चकत्ते, खुजली, और सूजन का कारण बन सकता है।मानसिक स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं – यह व्यक्ति के मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित करने वाली समस्याएं हो सकती हैं, जैसे कि डिप्रेशन और अधिक तनाव।न्यूरोलॉजिकल समस्याएं – यह न्यूरोलॉजिकल तंतुओं या मस्तिष्क से संबंधित समस्याएं हो सकती हैं, जैसे कि एपिलेप्सी और माइग्रेन।गठिया – यह एक जोड़ों की सूजन और दर्द की बीमारी है। Ayushman Card
दोस्तों इस प्रकार ऊपर दी गई बीमारियों का इलाज अब आयुष्मान कार्ड से नहीं कराया जाएगा अब आपको इन इलाज के लिए अपनी स्वयं के पैसों से करना होगा,
कौन-कौन सी बीमारी का होगा आयुष्मान कार्ड से इलाज
अब आपके मन में यह सवाल आ रहा होगा कि आयुष्मान कार्ड से किन-किन बीमारियों का इलाज किया जाएगा हमारे पास यदि आयुष्मान कार्ड है तो हम उसे आयुष्मान कार्ड से अपनी कौन सी बीमारी का इलाज करवा सकते हैं तो इसके बारे में यदि आप जानना चाहते हो तो आप नीचे दी गई लिंक पर क्लिक करके पूरी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं,
सरकारी अस्पताल में होगा इलाज ?Ayushman Card
हालांकि सरकार ने इन रोगों को निजी अस्पतालों से हटा दिया है, लेकिन सरकारी अस्पतालों में इन गंभीर बीमारियों का इलाज अब भी जारी है! आयुष्मान गोल्डन कार्ड (Ayushman Golden Card) धारक सरकारी अस्पताल में इलाज करा सकता है।\
आयुष्मान भारत योजना का मुख्य उद्देश्य गरीब और आर्थिक रूप से कमजोर नागरिकों को सहायता प्रदान करना है! इस योजना के लाभार्थियों का चयन SECC 2011 के आधार पर किया जाता है, और यह सुनिश्चित करने के लिए कि वे आयुष्मान गोल्डन कार्ड के पात्र हैं, स्वयं जांच करने का एक ऑनलाइन विकल्प भी है।